मैंने अपनी सौतेली बेटी के शयनकक्ष से आवाज़ें सुनीं और जब मैंने यह देखने के लिए दरवाज़ा खोला कि क्या हो रहा है, तो मैंने अपनी सौतेली बेटी को तकिये को गुनगुनाते हुए पाया। अपनी सौतेली बेटी को तकिये को दबाते हुए देखकर मैं इतना उत्तेजित हो गया कि मैंने अपना लंड बाहर निकाला और झटके मारने लगा। मेरी सौतेली बेटी ने मुझे उसे देखते हुए पकड़ लिया और अपनी चूत में उंगली करने लगी।
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